ये तेरा मुस्कुराता चेहरा ना जाने फिर कब देख पाएँगे
ना जाने फिर कब हम बेसुरे गाने गाएँगे
कब फिर से साथ चलने वाले दिन आएँगे
कब सिर्फ बातों के सहारे कई मील कट जाएँगे
तेरा प्यार भरा दिल मेरे पास ही छोड़ दे
ए-खुदा इस वक़्त जुदाई को कहीं और मोड़ दे
कुछ दिन और हाथ पकड़ने के झोली में डाल दे
ये दर्द जो दिल में छिप कर बैठा है इसे निकल दे
गाने दे कुछ गीत और तेरी मोहब्बत में मुझे
कुछ ना रहे मेरे आखिरी वक़्त में, बस पाऊँ साथ तुझे
मेरी आखिरी साँसों में खुशबू तेरी बहे
मेरी ज़िंदगी जीने की वजह सदा चाहत तेरी रहे
है आ गया वक़्त की अलविदा कहना ही होगा
दिल में छिपे दर्द को अब आँखों से बहना ही होगा
पर कोई बात नहीं बिछड़ना ज़िंदगी की रीत है
चाहे ज़िंदगी उलझी हुई हो कितनी भी फिर भी हम मीत है
है साथ अगर लिखा लकीरों में तो मिला ही देगी किस्मत हमें
मगर जो भी हो आगे, रहेगी तेरी इश्क़ की सदा आदत हमें
जुदाई का मौसम
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